कौनसा रुद्राक्ष है आपके लिए सबसे बेहतर? Which Rudraksha is Best
हमारी सनातन संस्कृति में रुद्राक्ष (Rudraksha) और रुद्राक्ष माला (Rudraksha Mala) के कई फायदे (Benefits) बताएं गए हैं जैसे कि – ये शारीरिक और मानसिक संतुलन को बनाए रखने में सहायता प्रदान करता है | मानसिक शांति प्रदान करता है | आधत्मिक विकास में मदद करता है, नकरात्मक ऊर्जा को हमसे दूर रखता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में भी असरदार साबित होता है
लेकिन ये सब लाभ आपको तभी मिल सकते हैं जब आपने एक सही रुद्राक्ष (Rudraksha) का चयन किया हो और इसके बाद आपने चयनित किए गए रुद्राक्ष (Rudraksha) को सही से धारण किया हो |
कौनसा रुद्राक्ष है आपके लिए सबसे बेहतर?
रूद्राक्ष (Rudraksha) के एक मनके में सामान्य एक से 21 तक मुख हो सकते हैं | इसकी वजह से बाजार में एक मुखी से लेकर कई मुखी रुद्राक्ष (Rudraksha) उपलब्ध हैं जिनमें सभी के अलग अलग कार्य होते हैं और सभी अलग अलग उद्देश्यों के लिए काम आते हैं,
अगर आप किसी गलत रुद्राक्ष (Rudraksha) का चयन करते हैं तो यह आपके जीवन में सकारात्मक की जगह नकारात्मक प्रभाव भी ला सकता है| सद्गुरू (Sadhguru) कहते हैं बहुत से लोग एक मुखी को पहनते हैं, जिसमें सिर्फ एक मुख होता है, क्योंकि यह रुद्राक्ष (Rudraksha) बहुत शक्तिशाली होता है। समाज में आपके खुद के कई चेहरे होते हैं। जब आपके कई चेहरे हों, और आप एकमुखी पहनते हैं तो आप मुसीबत को बुला रहे हैं।
लोग कहते हैं कि अगर आप एकमुखी पहनते हैं तो आप बारह दिन में अपना परिवार छोड़ देंगे। आप अपना परिवार छोड़ते हैं या नहीं, मुद्दा यह नहीं है, बात बस इतनी है कि यह आपकी ऊर्जाओं को ऐसा बना देगा कि आप अकेले होना चाहेंगे। यह आपको दूसरे लोगों के साथ मिलनसार नहीं बनाता।
अगर आप रुद्राक्ष (Rudraksha), एक जोड़े के रूप में मंगवा रहे हैं तो 2 मुखी रुद्राक्ष आपके लिए सबसे बेहतर है | यह आपसी संबंधों को मधुर बनाने में और संबधों के बीच आने वाली समस्याओं को कम करने में मदगार साबित होता है अगर आप की आयु 14 वर्ष से अधिक है तो भीतरी शुद्धता और स्वतंत्रता लाने के लिए आप सभी 5 मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं | पंचमुखी रुद्राक्ष (Rudraksha) सुरक्षित होता है और यह पुरुषों, महिलाओं और बच्चों, हर किसी के लिए अच्छा है। यह सामान्य खुशहाली, स्वास्थ्य और स्वतंत्रता के लिए है। यह आपके ब्लड प्रेशर को कम करता है, आपकी तंत्रिकाओं को शांत करता है और स्नायु तंत्र में एक तरह की शांति और सतर्कता लाता है।
अगर आप अपने किसी बच्चे को रूद्राक्ष धारण करवाना चाहते हैं जिसकी आयु 14 वर्ष से कम है तो आप 6 मुखी रुद्राक्ष मंगवा सकते हैं |
यह उनको शांत और एकाग्र बनने में सहायता करेगा। सबसे बढ़कर उन्हें बड़ों से सही तरह की परवरिश मिलेगी |
गौरी-शंकर एक खास किस्म का रुद्राक्ष (Rudraksha) होता है जो आपकी दोनों नाड़ियों ईडा और पिंगला के बीच संतुलन लाता है। आम तौर पर, लोग मानते हैं कि यह उनके लिए संपन्नता लाएगा। संपन्नता का मतलब जरूरी नहीं कि बस पैसा ही हो। यह कई तरीकों से आ सकती है, हो सकता है कि आपके पास कुछ न हो, लेकिन फिर भी आप अपने जीवन में संपन्न हो सकते हैं। अगर आप एक संतुलित व्यक्ति हैं और आप अपने जीवन में समझदारी से काम करते हैं, तो संपन्नता आ सकती है। यह तब होता है जब ऊर्जाएं अच्छे से काम करती हैं। एक गौरी-शंकर आपकी ईडा और पिंगला को संतुलित और सक्रिय बनाता है।
अगर आप चाहें तो आप भारतीय ज्योतिष शास्त्र की सहायता से भी अपने लिए एक सही और ज्यादा प्रभावी रूद्राक्ष (Rudraksha) का चयन कर सकते हैं |
इसमें आपकी राशि के अनुसार आपके लिए उचित रुद्राक्ष (Rudraksha) का चयन किया जाता है
अगर आप भी अपनी राशि के आधार पर रुद्राक्ष लेना चाहते हैं तो आपके लिए कौनसा रुद्राक्ष सबसे उत्तम रहेगा यह इस लिस्ट में दिखाया जा रहा है यहां से भी आप अपने लिए उचित रुद्राक्ष का चयन कर सकते हैं |
हो सकता है आपने अपने लिए सही रुद्राक्ष (Rudraksha) चुना हो और फिर भी वह आपके लिए कार्य ना करें क्योंकि सही रुद्राक्ष (Rudraksha) का चयन करने के साथ यह भी जरूरी है की चुना गया रुद्राक्ष एक प्राकृतिक और असली रुद्राक्ष (Rudraksha) हो |
क्योंकि आज के समय में बाजार में कई ऐसे नकली रुद्राक्ष (Rudraksha) और भद्राक्ष मौजूद हैं जिन्हें रुद्राक्ष बता कर बेचा जाता है इनमें से कुछ का असर मानवीय जीवन पर नकारात्मक तक हो सकता है |
इसके समाधान के लिए आप रुद्राक्ष (Rudraksha) ऐसी जगह से लें जो कई पीढ़ियों से यह काम कर रहे हों या जो आपके लिए भरोसेमंद हो | अगर आप ऐसे रुद्राक्ष ऑनलाइन लेने के इच्छुक हैं तो इसके लिए हम एक लिंक दे रहे हैं जहां से आप प्राकृतिक और लैब टेस्टेड रुद्राक्ष ले सकते हैं | कई लोग ऐसे होते हैं जो रुद्राक्ष की जगह रूद्राक्ष माला को धारण करना ज्यादा पसंद करते हैं | अगर आप भी उनमें से एक हैं तो आप ऐसी माला का चयन करें जिसमें 108 मनके हो इस तरह की माला का उपयोग आप प्रतिदिन मंत्र जाप में भी कर सकते हैं |
इस तरह की माला सामान्यत पीले या लाल रंग के धागे में पंच मुखी रूद्राक्ष (Rudraksha) के साथ बनाई जाती हैं | इन मालाओं में 108 रुद्राक्ष के साथ एक अतिरिक्त रुद्राक्ष भी होता है जिसे सुमेरू कहा जाता है | इस तरह की माला पहनना आपके लिए सबसे ज्यादा प्रभावशाली होता है |