बच्चों को Rudraksha पहनाने से पहले Sadhguru की ये Tips जरूर जान लें

Sadhguru on Rudraksh

वर्तमान में, कई माता-पिता अपने बच्चों को Rudraksha पहनाने की इच्छा रखते हैं। Sadhguru ऐसे परिजनों को एक जरूरी सलाह दे रहे हैं, जो आपको अपने बच्चों को Rudraksha पहनाने से पहले जरूर पता होनी चाहिए।

Sadhguru कहते हैं कि छोटे बच्चे बड़े चंचल स्वभाव के होते हैं और 14 साल से कम उम्र के बच्चे षण्मुखी यानी छह मुख वाला Rudraksha पहन सकते हैं, जो उन्हें शांत और एकाग्र बनाने में सहायता करेगा। सबसे बढ़कर, उन्हें बड़ों से सही तरह की देखभाल मिलेगी। इसलिए, Sadhguru की सलाह अनुसार, अगर आपके बच्चे की उम्र 14 से कम है, तो आप उन्हें छह मुखी Rudraksha पहना सकते हैं। 

लेकिन इससे पहले, छह मुखी Rudraksha से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारी है जो आपको जरूर पता होनी चाहिए। भारत का प्राचीन ज्योतिष शास्त्र कहता है कि छह मुखी Rudraksha भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय को समर्पित है, और इसे धारण करने वाले को भगवान शिव, कार्तिकेय और गणेश भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है। अगर आपकी राशि तुला या वृषभ है, तो भी आप छह मुखी Rudraksha धारण कर सकते हैं, जो आपके लिए अन्य रुद्राक्षों की तुलना में ज्यादा उत्तम रहेगा।

कहाँ से और कैसे खरीदें प्राकृतिक 6 मुखी रुद्राक्ष (Rudraksha) ?

Rudraksha हमेशा भरोसेमंद दुकान से ही लें, जो कई पीढ़ियों से यही कार्य कर रही हो। अगर आप ऑनलाइन मंगवाना चाहते हैं, तो आप वेबसाइट “My Gyanalaya” से भी मंगवा सकते हैं, जहां से आपको पूरी तरह से प्राकृतिक Rudraksha मिलेगा, साथ में निशुल्क पंडितजी हेल्पलाइन जो आपकी सहायता करेगी इस Rudraksha को सही से धारण करने में।

रुद्राक्ष (Rudraksha) मिलने के बाद क्या करें?

Rudraksha प्राप्त होने के बाद, Rudraksha की शुद्धिकरण के लिए आप इसे 24 घंटे के लिए घी में और फिर 24 घंटे के लिए हाई फैट वाले दूध में भिगो कर रखें। इसके बाद आप कॉटन के कपड़े से पोंछ के इसे धारण करें। Rudraksha के प्रभाव को बनाए रखने के लिए हर छह महीने में यह कार्य दोहराएं। 

अगर आपके बच्चे की आयु 5 वर्ष से कम है, तो उसे Rudraksha धारण ना करवाएं, क्योंकि इस स्थिति में बच्चों द्वारा Rudraksha निगलने की या Rudraksha माला को गलत तरीके से धारण करने की संभावना बनी रहती है, जिसके परिणाम स्वरूप गंभीर समस्या हो सकती है। इसलिए, बच्चे की समझदारी का स्तर देख कर ही Rudraksha धारण करवाएं। 

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बच्चे के 14 वर्ष पूर्ण होने के बाद, छह मुखी की जगह पांच मुख या ज्योतिष की सलाह अनुसार आप अपने बच्चे को Rudraksha धारण करवाएं।पुराने छह मुखी Rudraksha को किसी अन्य को ना दें, ना ही इसे इधर-उधर फेंकें। आप इसे गीली मिट्टी वाली जमीन में दबा सकते हैं।

बच्चों को रुद्राक्ष (Rudraksha) पहनाने के नियम 

 Rudraksha या Rudraksha Mala पहनते समय, Rudraksha से जुड़े कुछ नियम बच्चे को अवश्य समझाएं, जिससे कि Rudraksha का प्रभाव बच्चे पर अधिकतम पड़े। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण नियम इस प्रकार हैं: 

1) Rudraksha को किसी रसायन जैसे साबुन, शैंपू या परफ्यूम के संपर्क में ना आने दें।

2) Rudraksha को सीधा धरती के संपर्क में ना आने दें। अगर आप इसे उतार कर रखना चाहते हैं, तो किसी कागज या कॉटन के कपड़े में लपेट कर रख सकते हैं। 

च्चों को रुद्राक्ष कैसे पहनाएं?

अब हम बात करते हैं कि बच्चे को Rudraksha किस प्रकार से धारण करवाना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, छह मुखी Rudraksha धारण करने के लिए सोमवार का दिन सर्वोत्तम बताया गया है। छह मुखी Rudraksha पहनने से पहले, स्नान कर लेना चाहिए। 

सोमवार का दिन शरीर को ऊर्जा देने वाला माना जाता है। इसे पहनने वाले को सुबह जल्दी उठना चाहिए और स्नान करना चाहिए। नहाने के बाद, घर के मंदिर को साफ करना चाहिए और साथ ही भगवान शिव का आशीर्वाद लेना चाहिए। मंदिर को फूल, अगरबत्ती, दिया आदि से सजाना चाहिए। भगवान शिव की पूजा के बाद, छह मुखी मंत्र ‘ओम हिम होम’ का 108 बार जाप करना चाहिए। इसके बाद आप Rudraksha पहन सकते हैं। 

अगर आप अपने बच्चे को Rudraksha पहनाना चाहते हैं, तो यह सारी क्रियाएं स्वयं करके अपने बच्चे को स्नान करवा के यह Rudraksha आप धारण करवा सकते हैं।