सद्गुरु जी से जानें व्रत करने के 9 अद्भुत फायदे | Fasting Benefits in Hindi by Sadhguru

सद्गुरु जी से जानें व्रत करने के 9 अद्भुत फायदे | Fasting Benefits in Hindi by Sadhguru

सद्गुरु जी से जानें व्रत करने के 9 अद्भुत फायदे | Fasting Benefits in Hindi by Sadhguru

Fasting Benefits in Hindi by Sadhguru : आजकल की व्यस्त और तनावपूर्ण जीवनशैली में अधिकतर लोग स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। दिल, पेट, और मस्तिष्क से संबंधित बीमारियाँ अक्सर असंतुलित आहार और जीवनशैली का परिणाम होती हैं। सद्गुरु जी का मानना है कि हमारे शरीर में अधिकतर बीमारियाँ पेट से संबंधित होती हैं, क्योंकि यहां से हमारे पाचन तंत्र की शुरुआत होती है। यदि हमारा पेट ठीक काम नहीं करता, तो यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इसके समाधान के रूप में सद्गुरु जी उपवास को एक महत्वपूर्ण साधना मानते हैं, जो न केवल हमारे शरीर को शुद्ध करता है, बल्कि मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन भी लाता है।

इस लेख में, हम सद्गुरु जी द्वारा उपवास के महत्व और उसके लाभों को विस्तार से समझेंगे।

 1. पेट और पाचन तंत्र की सफाई

सद्गुरु जी के अनुसार, अधिकांश बीमारियाँ पेट में उत्पन्न होती हैं। जब हम लगातार अधिक खाना खाते हैं या गलत समय पर खाते हैं, तो हमारे शरीर में अशुद्धियाँ जमा हो जाती हैं। ये अशुद्धियाँ समय के साथ शरीर को भारी बना देती हैं और पाचन तंत्र को प्रभावित करती हैं। उपवास (Fasting Benefits in Hindi) के दौरान हम शरीर को आराम देते हैं और यह प्राकृतिक सफाई प्रक्रिया को बढ़ावा देता है। पाचन तंत्र को आराम देने से शरीर को शुद्ध करने का समय मिलता है, और इससे संपूर्ण शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।

2. खाने और शरीर के रिश्ते को पुनः समझना

सद्गुरु जी का यह मानना है कि हमें यह समझना चाहिए कि जब शरीर को खाने की आवश्यकता नहीं होती, तब हमें भोजन से बचना चाहिए। यह बात शरीर के संकेतों को समझने के बारे में है। आजकल के समय में, हम बिना सोचे-समझे हर समय खाते रहते हैं, जबकि हमारे शरीर को कुछ दिनों के लिए भोजन से आराम की आवश्यकता होती है। उपवास (Fasting Benefits in Hindi) इस समझ को बढ़ाता है और शरीर के संकेतों को सुनने की क्षमता को जागृत करता है। इस प्रकार, उपवास भोजन के प्रति हमारे दृष्टिकोण को सुधारता है और हमें अपने शरीर के साथ एक नया रिश्ता बनाने का अवसर मिलता है।

3. ऊर्जा का पुनर्निर्माण और शरीर का संतुलन

हमारे शरीर की ऊर्जा का मुख्य स्रोत सिर्फ भोजन नहीं है, बल्कि सूर्य की रोशनी, हवा और पानी भी हमारी ऊर्जा का हिस्सा हैं। उपवास (Fasting Benefits in Hindi) से शरीर को ऊर्जा की आवश्यकता पूरी करने के लिए इन प्राकृतिक स्रोतों का उपयोग करने का अवसर मिलता है। जब हम कम खाते हैं, तो शरीर में अतिरिक्त ऊर्जा का संचार होता है, जिससे हम अधिक सक्रिय और ऊर्जावान महसूस करते हैं। इसके अलावा, उपवास से शरीर के भीतर संतुलन और शांति की प्रक्रिया शुरू होती है, जिससे शारीरिक और मानसिक दोनों स्तरों पर सुधार होता है।

4. आध्यात्मिक साधना के रूप में उपवास

सद्गुरु जी उपवास (Fasting Benefits in Hindi) को केवल एक शारीरिक प्रक्रिया के रूप में नहीं मानते, बल्कि इसे मानसिक और आध्यात्मिक साधना के रूप में देखते हैं। वह कहते हैं कि यदि उपवास के दौरान हम केवल शरीर को शुद्ध करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो इसका पूरा प्रभाव नहीं पड़ता। उपवास को एक जागरूक और ध्यानपूर्ण साधना के रूप में अपनाना चाहिए, ताकि इसका पूरा लाभ लिया जा सके। जब हम उपवास करते हैं, तो हमें अपने शरीर और मन की स्थिति को महसूस करने का समय मिलता है, जो हमारे आत्मिक विकास के लिए आवश्यक है।

5. शरीर को संपूर्ण आराम देना

उपवास (Fasting Benefits in Hindi) से शरीर को न केवल पाचन तंत्र का आराम मिलता है, बल्कि यह संपूर्ण शरीर को शांति और स्फूर्ति प्रदान करता है। जब हम अधिक भोजन करते हैं, तो शरीर का अधिकांश ऊर्जा पाचन और अवशोषण प्रक्रिया में खर्च होती है। उपवास के दौरान, शरीर ऊर्जा का उपयोग न केवल पाचन बल्कि अन्य शारीरिक कार्यों में भी करता है, जैसे शरीर की कोशिकाओं की सफाई और नवीनीकरण। यह शरीर को आत्म-स्वस्थता की दिशा में एक कदम और बढ़ाता है।

6. उपवास और मानसिक शांति

जब हम शरीर को आराम देने के लिए उपवास (Fasting Benefits in Hindi) करते हैं, तो यह मानसिक शांति का कारण बनता है। अधिक भोजन करने से मानसिक स्थिति भी प्रभावित होती है। उपवास के दौरान, मानसिक शांति और संतुलन आता है, क्योंकि पाचन तंत्र पर दबाव कम होता है और शरीर हल्का महसूस करता है। यह मानसिक स्पष्टता और शांति को बढ़ावा देता है, जिससे हम अधिक सचेत और जागरूक रहते हैं।

 7. उपवास और शरीर के चक्रीय स्वरूप का संबंध

हमारे जीवन का ढांचा चक्रीय है, जैसे पृथ्वी, सूर्य और चाँद के चक्र हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं। उपवास (Fasting Benefits in Hindi) को इस चक्रीय जीवन के साथ एकीकृत किया जा सकता है। जब हम नियमित अंतराल पर उपवास करते हैं, तो यह शरीर के प्राकृतिक चक्र को संतुलित करता है और हमें स्वस्थ रखने में मदद करता है। उपवास शरीर को रीसेट करने का एक तरीका है, जिससे हमारे आंतरिक संतुलन को बहाल किया जा सकता है।

8. उपवास के प्रभाव: शारीरिक और मानसिक लाभ

उपवास (Fasting Benefits in Hindi) के कई शारीरिक और मानसिक लाभ हैं। शारीरिक दृष्टिकोण से, उपवास से शरीर में सूजन कम होती है, रक्तदाब नियंत्रित रहता है, और पाचन तंत्र को आराम मिलता है। मानसिक रूप से, उपवास हमें अपने विचारों और भावनाओं पर नियंत्रण रखने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, यह हमें अपनी आत्म-चेतना को जागृत करने और आंतरिक शांति प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है।

9. उपवास का सही तरीका

उपवास (Fasting Benefits in Hindi) का सही तरीका जानना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उपवास केवल खाने और पानी से परहेज करने का नाम नहीं है। यह एक जागरूक और समझदारी भरी प्रक्रिया है। यदि कोई व्यक्ति पानी पर उपवास नहीं कर सकता, तो वह हल्के फलाहार का पालन कर सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उपवास के दौरान शरीर को उचित ध्यान और साधना के साथ आराम दिया जाए, ताकि शरीर पूरी तरह से शुद्ध हो सके।

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निष्कर्ष:

उपवास (Fasting Benefits in Hindi) न केवल शरीर के शुद्धिकरण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति में भी सहायक होता है। यह हमें आत्म-स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करता है और हमें अपने शरीर के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने का अवसर प्रदान करता है। यदि उपवास को सही तरीके से अपनाया जाए, तो यह शरीर, मन और आत्मा के स्तर पर संतुलन और शांति की स्थिति को बढ़ावा देता है।