सद्गुरु रुद्राक्ष दीक्षा में निकले पाँच मुखी के 5 अद्भुत फायदे और नियम | 5 Mukhi Rudraksha Diksha Benefits in Hindi

सद्गुरु रुद्राक्ष दीक्षा में निकले पाँच मुखी के 5 अद्भुत फायदे | 5 Mukhi Rudraksha Diksha Benefits in Hindi

सद्गुरु रुद्राक्ष दीक्षा में निकले पाँच मुखी के 5 अद्भुत फायदे और नियम | 5 Mukhi Rudraksha Diksha Benefits in Hindi

सद्गुरु रुद्राक्ष दीक्षा (Rudraksha Diksha) : रुद्राक्ष भारतीय अध्यात्म और परंपरा का एक अहम हिस्सा है। इसे धारण करने से जुड़े कई लाभों का वर्णन धार्मिक ग्रंथों और उपदेशों में मिलता है। इसमें सबसे लोकप्रिय है पंचमुखी रुद्राक्ष, जिसे विशेष रूप से स्वास्थ्य, शांति, और समृद्धि प्राप्त करने के लिए पहना जाता है। इस लेख में हम पंचमुखी रुद्राक्ष के लाभों पर चर्चा करेंगे और सद्गुरु की दृष्टि में इसके महत्व को समझने का प्रयास करेंगे।

सद्गुरु रुद्राक्ष दीक्षा में निकले पंचमुखी रुद्राक्ष का अर्थ और महत्व

सद्गुरु रुद्राक्ष दीक्षा (Rudraksha Diksha) में निकला पंचमुखी रुद्राक्ष, जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है, पांच मुख वाला होता है और यह पाँच प्राकृतिक तत्वों – पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, और आकाश – का प्रतीक है। यह शरीर में इन पाँचों तत्वों का संतुलन बनाए रखने में सहायता करता है, जिससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। इसे धारण करने से शरीर को संतुलित और तनावमुक्त रखा जा सकता है।

सद्गुरु के अनुसार पंचमुखी रुद्राक्ष

सद्गुरु, जो एक प्रमुख आध्यात्मिक गुरू हैं, पंचमुखी रुद्राक्ष को धारण करने की सलाह देते हैं। उनके अनुसार यह रुद्राक्ष पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी होता है। सद्गुरु इसे सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए अनुशंसित करते हैं, चाहे वे पुरुष हों, महिलाएं, या बच्चे। उनका मानना है कि यह रुद्राक्ष ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है, तंत्रिका तंत्र को शांत करता है, और मन को स्थिरता प्रदान करता है।

सद्गुरु यह भी कहते हैं कि पंचमुखी रुद्राक्ष व्यक्ति के जीवन में स्वास्थ्य, समृद्धि, और स्वतंत्रता का अनुभव कराता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखता है और व्यक्ति के मन-मस्तिष्क को शांति प्रदान करता है। इसके नियमित धारण से जीवन में सकारात्मकता का प्रवाह होता है और व्यक्ति को अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में सहायता मिलती है।

 पंचमुखी रुद्राक्ष दीक्षा के लाभ | 5 Mukhi Rudraksha Diksha Benefits

1. स्वास्थ्य में सुधार: सद्गुरु रुद्राक्ष दीक्षा (Rudraksha Diksha) में निकले पंचमुखी को धारण करने से शरीर में ऊर्जा का संतुलन बना रहता है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है और तनाव से मुक्ति दिलाता है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होता है जो तनाव या हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं।

2. मानसिक शांति: पंचमुखी रुद्राक्ष व्यक्ति के मानसिक संतुलन को बनाए रखने में सहायक होता है। यह मन को शांत करता है और नकारात्मक विचारों को दूर करता है। इसे धारण करने से ध्यान और साधना में सहायता मिलती है, जिससे व्यक्ति को मानसिक शांति प्राप्त होती है।

3. आध्यात्मिक उन्नति: पंचमुखी रुद्राक्ष भगवान शिव से जुड़ा हुआ है, और इसे धारण करने से व्यक्ति के जीवन में आध्यात्मिक उन्नति होती है। यह व्यक्ति को ध्यान में स्थिरता प्रदान करता है और उसे अपने आध्यात्मिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।

4. नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा: सद्गुरु रुद्राक्ष दीक्षा (Rudraksha Diksha) में निकले पंचमुखी रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति के चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का संरक्षण होता है। यह नकारात्मक शक्तियों और दुर्भावनाओं से रक्षा करता है और व्यक्ति को आत्मविश्वासी और स्थिर बनाता है।

5. धन और समृद्धि: पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति के जीवन में आर्थिक समृद्धि और संतोष आता है। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जो अपने करियर या व्यवसाय में उन्नति चाहते हैं। इसे धारण करने से सकारात्मक बदलाव आते हैं, जिससे व्यक्ति को आर्थिक दृष्टिकोण से भी सफलता मिलती है।

पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने की विधि

सद्गुरु रुद्राक्ष दीक्षा (Rudraksha Diksha) में निकले पंचमुखी रुद्राक्ष को धारण करने का सर्वोत्तम दिन सोमवार माना जाता है। इसे धारण करने से पहले इसकी कंडीशनिंग करना आवश्यक होता है। इसे 24 घंटे तक घी में और फिर 24 घंटे तक दूध में डुबोकर रखा जाता है। इसके बाद इसे सूती कपड़े से साफ करके किसी पवित्र स्थान पर रखा जाता है। 

रुद्राक्ष धारण करने के दिन व्यक्ति को स्नान करके भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। इसे काले, लाल, या पीले धागे में धारण करना उत्तम माना जाता है। कुछ लोग इसे सोने या चांदी की चैन में भी पहनते हैं, जो भी आपके लिए सुविधाजनक हो।

 

असली पंचमुखी रुद्राक्ष बाजार से कैसे खरीदें?

 

पाच मुखी रुद्राक्ष आप अपने स्थानीय बाजार से खरीद सकते हैं, लेकिन केवल उसी दुकान से लें जो कई पीढ़ियों से इस कार्य में संलग्न हो। इससे आपको असली रुद्राक्ष प्राप्त होने की संभावना अधिक होती है, क्योंकि आजकल बाजार में रुद्राक्ष के नाम पर नकली प्लास्टिक के या भद्राक्ष, जो दिखने में रुद्राक्ष जैसे होते हैं, भी बेचे जा रहे हैं। 

यदि आप ऑनलाइन खरीदना चाहते हैं, तो आप mygyanalaya.in वेबसाइट से भी इसे मंगवा सकते हैं। यह प्रतिष्ठान तीन पीढ़ियों से इस क्षेत्र में सेवाएं दे रहा है और अब इसकी सेवाएं ऑनलाइन भी उपलब्ध हैं। साथ ही, यहां निशुल्क पंडित जी हेल्पलाइन भी दी जाती है, जहां से आप अनुभवी पंडितों से संपर्क करके रुद्राक्ष से संबंधित किसी भी प्रकार की सलाह प्राप्त कर सकते हैं।

Original 5 Mukhi Nepali Rudraksha

यह भी पढ़ें : रुद्राक्ष दीक्षा (Rudraksha Diksha) आते ही करें ये जरूरी काम | सम्पूर्ण जानकारी

 

निष्कर्ष

 

सद्गुरु रुद्राक्ष दीक्षा (Rudraksha Diksha) में निकला पंचमुखी रुद्राक्ष आपके जीवन में कई सकारात्मक बदलाव ला सकता है। यह न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक होता है, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। सद्गुरु के अनुसार, पंचमुखी रुद्राक्ष सभी के लिए उपयुक्त है और इसके धारण से व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि, और स्वतंत्रता का अनुभव होता है। यदि आप भी रुद्राक्ष धारण करने की सोच रहे हैं, तो पंचमुखी रुद्राक्ष आपके लिए एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है।