प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचन : क्या सच में काम करता है जादू टोना? दूर करने का रामबाण उपाय

प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचन : क्या सच में काम करता है जादू टोना? दूर करने का रामबाण उपाय

प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचन : क्या सच में काम करता है जादू टोना? दूर करने का रामबाण उपाय

प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचन : हमारे समाज में जादू टोना और तंत्र मंत्र के बारे में कई मान्यताएँ प्रचलित हैं। कई लोग मानते हैं कि जब जीवन में समस्याएँ आती हैं, तो इसका कारण कोई बाहरी शक्ति या जादू टोना हो सकता है। लेकिन प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचन में इस विषय पर विशिष्ट दृष्टि प्रस्तुत की है, जो धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण पर आधारित है।

जादू टोना की वास्तविकता

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि जादू टोना वास्तव में काम करता है या नहीं, यह प्रश्न महत्वपूर्ण नहीं है। महत्वपूर्ण यह है कि हमारी अपनी सोच और कर्म क्या हैं। जब हमारे जीवन में कठिनाइयाँ आती हैं, तो हमें लगता है कि कोई बाहरी शक्ति हमें परेशान कर रही है। लेकिन सच्चाई यह है कि हमारी कठिनाइयाँ हमारे अपने कर्मों का परिणाम हैं। अगर हमारी बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है या हमें किसी प्रकार का मानसिक कष्ट होता है, तो हम यह सोचने लगते हैं कि किसी ने हम पर जादू टोना किया है।

वास्तव में, जब हमें दुख भोगना होता है, तो हमारी बुद्धि हमें भ्रमित करती है, और हम अपने कर्मों के परिणामस्वरूप ही कठिनाइयों का सामना करते हैं। प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचन में शास्त्रों का हवाला देते हुए कहा जाता है कि सुख और दुख दोनों ही हमारे कर्मों का परिणाम हैं। अगर हमारा कर्म सही नहीं है, तो जीवन में कदम-कदम पर परेशानियाँ आएँगी।

जादू टोना से बचने का उपाय

प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचन में कहा जाता है कि जादू टोना से बचने का सबसे अच्छा उपाय है भगवान का स्मरण और नाम जप। उनका मानना है कि अगर हम भगवान का नाम जपते हैं और उनकी भक्ति में लगे रहते हैं, तो कोई भी तंत्र मंत्र या जादू टोना हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता।

हनुमान चालीसा में भी लिखा है कि “भूत पिशाच निकट नहीं आवे, महावीर जब नाम सुनावे।” इस प्रकार, भगवान का नाम जपना हमारे जीवन को न केवल सुरक्षित बनाता है, बल्कि हमारे चारों ओर एक सुरक्षा कवच भी बनाता है।

प्रेमानंद जी अपने बचपन की एक घटना का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जब वह डरते थे, तो उनकी माँ उन्हें हनुमान जी का नाम लेने की सलाह देती थीं। इस विश्वास के कारण वह निर्भय होकर अंधेरी गलियों से गुजरते थे। यह घटना यह दर्शाती है कि जब हमारे मन में भगवान का नाम और उनकी शक्ति के प्रति विश्वास होता है, तो कोई भी नकारात्मक शक्ति हमें नुकसान नहीं पहुँचा सकती।

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भक्ति का महत्व

प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचन में यह आश्वस्त किया जाता है की जो लोग भगवान का स्मरण करते हैं और उनकी भक्ति में लगे रहते हैं, उन्हें जीवन में कोई अमंगल नहीं हो सकता। भगवान का नाम जपना और कीर्तन करना, हमारे चारों ओर एक सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण करता है, जो नकारात्मक शक्तियों को हमसे दूर रखता है।

उन्होंने तुलसीदास जी का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे भगवान का नाम जपने से एक भूत भी तुलसीदास जी का भक्त बन गया और उन्हें राम जी के दर्शन कराए। यह घटना यह सिद्ध करती है कि भगवान का नाम जपना न केवल हमें सुरक्षित रखता है, बल्कि हमें आध्यात्मिक ऊँचाइयों तक भी पहुँचाता है।

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निष्कर्ष

जादू टोना और तंत्र मंत्र जैसी चीजें हमारे जीवन में केवल तभी प्रभावी हो सकती हैं, जब हम खुद उन्हें मान्यता देते हैं। प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, यदि हम अपने जीवन में भगवान का स्मरण और नाम जप को प्राथमिकता देते हैं, तो कोई भी नकारात्मक शक्ति हमें नुकसान नहीं पहुँचा सकती।

अतः, हमें नकारात्मक सोच और व्यर्थ के चिंतन से बचकर, भगवान का नाम जपना चाहिए और उनकी भक्ति में लीन रहना चाहिए। यही एकमात्र उपाय है जिससे हम जादू टोना, तंत्र मंत्र और अन्य नकारात्मक शक्तियों से बच सकते हैं।

जब हमारा जीवन भगवान की भक्ति में व्यतीत होता है, तो हमारा मन शांत रहता है और कोई भी बाहरी शक्ति हमें प्रभावित नहीं कर सकती। इसलिए, जीवन में आने वाली कठिनाइयों के लिए किसी बाहरी शक्ति को दोष देने के बजाय, हमें अपने कर्मों और भगवान की भक्ति पर ध्यान देना चाहिए। यही सच्ची आध्यात्मिकता का मार्ग है, जो हमें हर प्रकार की बाधाओं से मुक्त कर सकता है।

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