Mpox Virus in India : क्या है एमपॉक्स वायरस? जाने इससे जुड़े लक्षण और बचाव के 4 सरल उपाय
Mpox Virus in India : 2019 में जिस वायरस ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था, उसे हम COVID-19 के नाम से जानते हैं। यह वायरस ह्यूमन टू ह्यूमन फैलने वाला था, और इसने लाखों लोगों की जान ले ली थी। लेकिन, एक और खतरनाक वायरस, जिसे हम “एमपॉक्स” के नाम से जानते हैं, अब सामने आया है। एमपॉक्स वायरस का पहला मामला रिपब्लिक ऑफ कांगो में सामने आया था, और यह तेजी से दुनिया भर में फैलता जा रहा है। यह ब्लॉग विशेष रूप से “Mpox Virus in India” पर आधारित है, जिसमें हम जानेंगे कि यह वायरस क्या है, इसके लक्षण, भारत में इसका प्रभाव, और इससे कैसे बचा जा सकता है।
एमपॉक्स वायरस क्या है?
एमपॉक्स वायरस (Mpox Virus in India), जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था, एक ज़ूनोटिक वायरस है। इसका मतलब है कि यह जानवरों से मनुष्यों में फैलता है। शुरुआत में यह केवल जानवरों के बीच ही फैलता था, लेकिन बाद में यह वायरस मनुष्यों में भी फैलने लगा। इससे पहले एमपॉक्स के मामले केवल अफ्रीकी देशों में देखने को मिलते थे, लेकिन अब यह वायरस 116 से अधिक देशों में फैल चुका है।
एमपॉक्स वायरस के भारत में मामले : Mpox Virus in India
भारत में एमपॉक्स वायरस (Mpox Virus in India) का पहला मामला केरल में सामने आया था, जब एक व्यक्ति, जो यूएई से यात्रा करके लौटा था, इस वायरस से संक्रमित पाया गया। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने इसे एक पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी के रूप में घोषित किया है।
एमपॉक्स वायरस के प्रकार
यह वायरस मुख्यतः दो प्रकार के स्ट्रेन में पाया जाता है:
- एमपॉक्स वायरस क्लैड 1 (Clade 1):एमपॉक्स वायरस यह सबसे खतरनाक स्ट्रेन माना जा रहा है, जो अब भारत में भी देखा जा रहा है।
- एमपॉक्स वायरस क्लैड 2 (Clade 2):एमपॉक्स वायरस यह पहले भी भारत में पाया गया था, विशेषकर 2022 और 2023 में।
क्लैड 1 के मामले में मृत्यु दर करीब 3% है, जो इसे अधिक घातक बनाता है।
एमपॉक्स वायरस के लक्षण
एमपॉक्स वायरस (Mpox Virus in India) के लक्षण COVID-19 के लक्षणों से कुछ हद तक मिलते-जुलते हैं। इसके प्रमुख लक्षण हैं:
– सर्दी और जुकाम
– सिरदर्द
– शरीर पर रैशेज़ (खासकर चेहरे, हाथों और पैरों पर), जो दर्दनाक होते हैं
– बुखार (हाई टेम्परेचर)
विशेष रूप से बच्चों में यह वायरस ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है, क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। अफ्रीकी देशों में एमपॉक्स वायरस के कारण कई बच्चों की मृत्यु भी हुई है।
एमपॉक्स का भारत पर प्रभाव | Mpox Virus in India
भारत में, सरकार ने इस वायरस को नियंत्रित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। विदेश से आने वाली सभी फ्लाइट्स की चेकिंग और स्कैनिंग की जा रही है, जिससे संक्रमित यात्रियों की पहचान हो सके। केरल राज्य, जहां विदेश यात्राएं अधिक होती हैं, एमपॉक्स के मामलों में सबसे आगे रहा है। इसलिए, वहां पर विशेष सावधानियाँ बरती जा रही हैं।
एमपॉक्स से कैसे बचें?
- एमपॉक्स वायरस विदेश यात्रा टालें:एमपॉक्स वायरस (Mpox Virus in India) यदि आपकी विदेश यात्रा का कोई बहुत बड़ा कारण नहीं है, तो आप इसे कुछ समय के लिए स्थगित कर सकते हैं। खासकर उन देशों की यात्रा करने से बचें, जहाँ एमपॉक्स के मामले अधिक हैं।
- एमपॉक्स वायरस सुरक्षा उपाय अपनाएं: एमपॉक्स वायरस यदि विदेश यात्रा करनी भी पड़ रही है, तो अपना सैनिटाइजर साथ रखें, और किसी के भी क्लोज़ कॉन्टैक्ट में आने से बचें। यह वायरस अभी मुख्यतः क्लोज़ कॉन्टैक्ट में आने से फैल रहा है, लेकिन इससे सुरक्षित दूरी बनाए रखने से संक्रमण के खतरे को कम किया जा सकता है।
- एमपॉक्स वायरस स्वयं और बच्चों की देखभाल करें:एमपॉक्स वायरस बच्चों को इस वायरस से बचाने के लिए खास सावधानी बरतनी होगी। बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, इसलिए वे जल्दी इस वायरस के शिकार हो सकते हैं।
- एमपॉक्स वायरस वैक्सीनेशन:एमपॉक्स वायरस अच्छी खबर यह है कि एमपॉक्स वायरस (Mpox Virus in India) के लिए वैक्सीन उपलब्ध है। यदि किसी को इस वायरस का संक्रमण होता है, तो उसकी जान बचाने के लिए वैक्सीन मददगार हो सकती है। दो प्रकार की वैक्सीन बाजार में उपलब्ध हैं, जिनसे इस वायरस के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
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एमपॉक्स के लिए भारत की तैयारी
WHO ने एमपॉक्स वायरस (Mpox Virus in India) को एक वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है। इसके बाद, भारत ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग और सरकार मिलकर इस वायरस से लड़ने के लिए कदम उठा रही है, ताकि यह वायरस भारत में भी COVID-19 जैसी स्थिति न बना सके। विदेश यात्रा से लौटने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है, और उनका पूरा परीक्षण किया जा रहा है। इसके साथ ही, लोगों को भी इस वायरस के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
निष्कर्ष
एमपॉक्स वायरस (Mpox Virus in India), जिसे अब एक वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल माना जा रहा है, भारत में भी धीरे-धीरे पैर पसार रहा है। हालांकि यह COVID-19 जितना खतरनाक नहीं है, लेकिन इससे बचाव के लिए हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है। विशेष रूप से बच्चों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को इससे अधिक खतरा है। इसलिए, हमें सावधानी बरतनी चाहिए, और सुरक्षा उपायों को अपनाना चाहिए। विदेश यात्रा की योजना को फिलहाल के लिए स्थगित करना एक अच्छा कदम हो सकता है।
आशा करते हैं कि आपको “Mpox Virus in India” के बारे में यह जानकारी उपयोगी लगी होगी। खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखें, और आवश्यक सुरक्षा उपायों का पालन करें।