Gadar 2 और OMG 2 रिलीज हो चुकी हैं | Gadar 2 के बारे में हम अपनी पिछली पोस्ट में बात कर चुके हैं तो आज हम बातकरेंगे OMG 2 के बारे में, जिसमें अक्षय कुमार ने रोल निभाया है, भगवान शिव के एक दूत का, लेकिन इस फिल्म में वे कई जगह सीधे सीधे भगवान शिव के भेष में भी नजर आते हैं | इस का कारण यह है की शुरू में अक्षय कुमार को भगवान शिव के रूप में ही फिल्म में नाटक किया गया था लेकिन जब इसे लेकर विवाद बढ़ा, सेंसर बोर्ड की इस पर कैंची चली तो फिल्म में अक्षय कुमार को सीधे भगवान शिव से जोड़ने के स्थान पर भगवान शिव के एक दूत के रूप में बताया गया|
इसके साथ ही फिल्म में कई ऐसे दृश्य भी थे जिनसे हिंदुओं की भावनाएं आहत होने की संभावना थी लेकिन सेंसर बोर्ड के चलते इन हिस्सों को फिल्म से हटा दिया |
एक समय ऐसा था जब सेंसर बोर्ड सोया रहता था और फिल्मों में सनातन का कई तरह से अनादर किया जाता था| उदाहरण के लिए आप इस फिल्म का पहला भाग देख सकते हैं जहां ऐसे कई दृश्य थे जहां हिंदुओं की आस्था पर निशाना साधा गया|
सिर्फ यहीं नहीं अक्षयवकुमार की “गुड न्यूज” फिल्म में भगवान राम के नाम पर एक अश्लील जोक सुनाया जाता है जिसे बाद में हिंदुओं के कड़े विरोध के बाद हटा दिया गया |
अगर आप ऐसी फिल्में ढूंढने लगोगे तो आपको ऐसी कई वेब सीरीज से लेकर कई मूवीज मिल जाएंगी जहां सीधे ही या घुमा कर हिंदू धर्म पर निशाना साधा गया था |
यह पोस्ट इस बारे में नहीं है की आप OMG 2 फिल्म देखने जाएं या नहीं, यह मेरी पोस्ट इस बारे मे है की क्या अक्षय कुमार को, कभी भगवान श्री कृष्ण के रूप में, कभी भगवान शिव के रूप में, अपने परिवार को दिखाना सही है या नहीं | युवाओं को अपना आदर्श, अपना रोल मॉडल किस तरह के व्यक्ति को चुनना चाहिए, अगर हम अपने आपको किसी व्यक्ति का फैन बोलते हैं तो वह व्यक्ति कैसा होना चाहिए |
सबसे पहले आप बताओ की अगर कोई व्यक्ति आपके भाई या बेटे को गुटखा खाना सिखाए या जुआ खेलना सिखाए तो आप क्या करेंगे |
क्या आप आपने बच्चो को उससे दूर रखेंगे या फिर खुद उस व्यक्ति को पैसे देंगे की वाह बहुत अच्छा काम किया तुमने | सीधी सी बात है आप कहेंगे की हम बच्चों को ऐसे लोगो से दूर रखेंगे|
लेकिन इन लोगो का क्या जो कमाई करने के लिए पूरे देश के युवाओं को कभी गुटखा खाना सिखाते हैं तो कभी सट्टेबाजी करना |
अगर आप अपने आप को इनका फैन समझते हो तो आप खुद समझ सकते हैं की आप अपने समाज को, अपने देश को, कहां ले जा रहे हैं |
ये एक्टर्स तो अपना प्रचार करके और मोटा पैसा कमा कर निकल जाते हैं| लेकिन इनकी वजह से सरकार हर साल 6000 करोड़ से ज्यादा का खर्चा करती है, जगह जगह दिखने वाले इन गंदे निशानों को साफ करने में जो गुटका चबा कर थूकने से बनते हैं |
सरकार ये 6000 करोड़ रुपए कहीं और से नहीं हम से ही वसूल करती है, तरह तरह के टैक्स लगा कर|
अब आप बताइए पैसों के लिए अपने आप को बेचने वाले ये एक्टर और एक्ट्रेस क्या इस लायक हैं की हम इन्हें अपना आदर्श माने, क्या ये इस लायक हैं हम खुद को इनका फैन बताएं, क्या ये इस लायक है की हम हमारी मेहनत की कमाई इन पर खर्च करें |
हां मनोरंजन की जरूरत सभी को होती है, लेकिन किसी को पर्दे पर कुछ करता देख उसका भक्त हो जाना कहां तक सही है, क्योंकि हम नहीं जानते की उस व्यक्ति की भावना क्या है और वह व्यक्ति सही में कितना सही है |
उदाहरण के लिए जिन चीजों का ये बड़े-बड़े परदे पर प्रचार करते हैं उनमें से शायद ही इन्होंने खुद कुछ कभी उपयोग किया हो|
आप खुद सोचिए और बताएं की क्या आपको लगता है अजय देवगन, शाहरुख खान और अक्षय कुमार अपनी जेब में विमल रख कर घूमते होंगे |
या फिर जो बड़ी बड़ी सेलिब्रिटीज हैं जो सट्टे बाजी वाली app का प्रचार करती हैं वो मेहनत करके यहां तक पहुंची है सट्टा लगा कर |
सीधी सी बात यह है की आज के समय में चारो ओर हर कोई लगा है आपका दिमाग परिवर्तित करने में, इसके लिए वो आपके धर्म , आपकी भावनाओं और आपकी पसंद का, इस्तेमाल करके ये लोग पहले आपको अपना फैन बनाते हैं, इसके बाद जहां उन्हें लगता है की यहां से वे आपसे ज्यादा पैसा कमा सकते हैं वहां ये आपको मोड़ देते हैं चाहें उससे आपका जीवन ही बर्बाद हो जाए | उनका मकसद आपकी जेब से सिर्फ पैसा निकलवाना होता है और कुछ नहीं| ऐसे में अब आपके ऊपर हैं कि आप कितना जागरूक रहते हैं और अपना कितना दिमाग परिवर्तित होने देते हैं |