Most Visited Tourist Place in India : महाबलीपुरम मंदिर, भारत का एक ऐसा मंदिर जो Tajmahal को भी छोड़ चुका है पीछे | पूरी दुनिया से लोग आ रहे हैं देखने
Most Visited Tourist Place in India : आप में से कई लोग सोचते होंगे कि भारत में सबसे ज्यादा विदेशी पर्यटक किस जगह को देखना पसंद करते हैं। अगर आपके मन में भी ताजमहल (Tajmahal) का नाम आता है, तो शायद अब आपके अपडेट होने का समय आ गया है! पिछले कुछ सालों में भारत में एक और स्थल है जो विदेशी पर्यटकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है—महाबलीपुरम (Mahabalipuram Temple), जो तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले में स्थित है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, अब विदेशी पर्यटक ताजमहल को छोड़कर इस प्राचीन और अद्भुत जगह को देखने के लिए अधिक आकर्षित हो रहे हैं।
महाबलीपुरम (Mahabalipuram Temple) केवल एक पर्यटन स्थल नहीं है; यह भारतीय इतिहास, कला, और संस्कृति का अनमोल धरोहर भी है। यह स्थल, जो कि यूनेस्को विश्व धरोहर (UNESCO) स्थल में शामिल है, आज देश और विदेश के पर्यटकों के बीच एक अलग पहचान बना चुका है। तो चलिए जानते हैं, आखिर इस जगह (Most Visited Tourist Place in India) में ऐसा क्या खास है जो इसे दुनिया भर के लोगों के लिए अद्वितीय बनाता है।
महाबलीपुरम की ऐतिहासिक धरोहर
महाबलीपुरम (Mahabalipuram Temple) का इतिहास लगभग 1500 साल पुराना है। इसे पल्लव राजाओं ने एक समृद्ध बंदरगाह और अपने राज्य की राजधानी के रूप में स्थापित किया था। पल्लव राजा नरसिंह वर्मन प्रथम ने यहाँ के प्रसिद्ध मंदिरों और मूर्तियों का निर्माण करवाया था। ये मंदिर (Most Visited Tourist Place in India) और इमारतें द्रविड़ वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण हैं। यहाँ के मंदिर विशाल पत्थरों को काटकर बनाए गए हैं, और इनमें इतनी बारीकी और कला है कि यह किसी भी कला प्रेमी को मंत्रमुग्ध कर सकती हैं।
इस स्थान की खास बात यह है कि यहाँ कई मंदिर और मूर्तियां एक ही पत्थर को काटकर बनाई गई हैं। महाबलीपुरम (Mahabalipuram Temple) का यह विशेषता इसे पूरे विश्व में एक अनोखा पहचान देती है। यहाँ के मंदिरों का निर्माण इतने बड़े और ठोस पत्थरों से किया गया है कि आज भी वैज्ञानिक यह समझने में असमर्थ हैं कि पल्लव राजाओं के समय में इन मंदिरों को कैसे बनाया गया होगा।
श्री कृष्ण की मक्खन की बॉल (Butter Ball)
महाबलीपुरम (Mahabalipuram Temple) का एक और आकर्षण है “भगवान श्री कृष्ण की मक्खन की बॉल”। यह एक गोल पत्थर है जो ढलान पर टिका हुआ है, और यह हिलता तक नहीं है। यह पत्थर हजारों साल से इसी स्थान पर ऐसे ही स्थित है, जबकि ढलान इतनी फिसलन भरी है कि एक छोटी सी बॉल भी इस पर नहीं टिक सकती। इस पत्थर के साथ कई कहानियाँ जुड़ी हैं, और यह देखने में ही रोमांचक है कि इतने वर्षों से यह पत्थर (Most Visited Tourist Place in India) इसी ढलान पर बिना गिराए टिका हुआ है।
कहते हैं कि कई राजाओं ने इसे हटाने का प्रयास किया, जिसमें हाथियों का भी उपयोग किया गया, लेकिन यह पत्थर अपने स्थान से हिलने को तैयार नहीं हुआ। इसे देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं, और इसकी यह अनोखी विशेषता इसे विश्व प्रसिद्ध बनाती है।
तट मंदिर और रथ मंदिर
महाबलीपुरम (Mahabalipuram Temple) के तट मंदिर (Shore Temple) का निर्माण बंगाल की खाड़ी के किनारे पर किया गया है। यह मंदिर समुद्र के साथ एक सुंदर पृष्ठभूमि बनाता है और पर्यटकों के बीच सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र है। कहा जाता है कि इस मंदिर (Most Visited Tourist Place in India) का निर्माण उस समय एक बंदरगाह के रूप में किया गया था और यह स्थान भारतीय व्यापार के लिए एक प्रमुख केंद्र था। इस तट मंदिर के अलावा यहाँ पाँच और अद्वितीय रथ मंदिर हैं, जिन्हें पाँच पांडवों और द्रौपदी के नाम पर बनाया गया है।
रथ मंदिर अपने आप में अद्वितीय हैं, क्योंकि ये सभी मंदिर (Most Visited Tourist Place in India) एक ही पत्थर को काटकर बनाए गए हैं और रथ की आकृति में हैं। इनमें भगवान शिव, विष्णु और अन्य देवताओं के भव्य चित्र और मूर्तियां बनी हैं जो द्रविड़ वास्तुकला की उत्कृष्टता को दर्शाती हैं। हर मंदिर की अपनी कहानी और विशेषता है, और यह कला प्रेमियों के लिए एक अद्वितीय अनुभव है।
महाबलीपुरम की गुफाएँ
महाबलीपुरम (Mahabalipuram Temple) में कई गुफाएं भी हैं, जिनमें मूर्तियों और चित्रों को बहुत ही सुंदर तरीके से उकेरा गया है। इन गुफाओं में उस समय की जीवनशैली, धर्म और संस्कृति को दर्शाया गया है। यह गुफाएँ पल्लव कालीन कलाकारों की कला का सजीव प्रमाण हैं। ये गुफाएँ उन कलाकारों की रचनात्मकता और उनके कौशल की कहानी कहती हैं।
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा
महाबलीपुरम (Most Visited Tourist Place in India) को 1984 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया। इसके बाद से, महाबलीपुरम का महत्व और अधिक बढ़ गया है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे मान्यता प्राप्त हुई है। इस सूची में शामिल होने के बाद, विदेशी पर्यटकों के बीच महाबलीपुरम (Mahabalipuram Temple) का आकर्षण और अधिक बढ़ा है और लोग यहाँ की अद्भुत कला और संस्कृति को देखने के लिए आकर्षित हुए हैं।
विदेशियों का पसंदीदा पर्यटन स्थल
महाबलीपुरम (Mahabalipuram Temple) की यह अनूठी कला, इतिहास और भारतीय संस्कृति की गहराई विदेशी पर्यटकों (Most Visited Tourist Place in India) को प्रभावित करती है। यहाँ आकर वे केवल भारतीय वास्तुकला को ही नहीं देखते, बल्कि भारतीय इतिहास और धार्मिक परंपराओं को भी महसूस करते हैं। यह स्थल उन्हें एक गहरी आध्यात्मिक अनुभूति भी प्रदान करता है, जो अन्य स्थानों की तुलना में अलग और अनोखी है।
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कैसे पहुंचे महाबलीपुरम (How to Reach Mahabalipuram Temple)?
महाबलीपुरम (Mahabalipuram Temple) चेन्नई से मात्र 50-60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। चेन्नई से महाबलीपुरम (Most Visited Tourist Place in India) तक पहुँचने के लिए आप बस, ट्रेन या टैक्सी का उपयोग कर सकते हैं। चेन्नई एक बड़ा शहर है, जहाँ हवाई अड्डा भी है, इसलिए विदेशी पर्यटकों के लिए महाबलीपुरम तक पहुँचने का यह सबसे आसान तरीका है।
निष्कर्ष
यह स्पष्ट है कि महाबलीपुरम (Mahabalipuram Temple) अब भारतीय और विदेशी पर्यटकों के बीच एक अनोखी पहचान बना चुका है। यह स्थल केवल एक पर्यटन स्थल नहीं है, बल्कि भारतीय कला, संस्कृति और इतिहास का जीवंत प्रमाण है। यदि आप भी एक नई और अविस्मरणीय अनुभव की तलाश में हैं, तो महाबलीपुरम (Most Visited Tourist Place in India) जरूर जाएं और इसकी अद्भुत वास्तुकला और ऐतिहासिक धरोहर का आनंद लें।