आपके इष्टदेव कौन हैं? पता लगाएं मात्र आपकी जन्म तिथि से | Isht Dev According to Date of Birth

आपके इष्टदेव कौन हैं? पता लगाएं मात्र आपकी जन्म तिथि से | Isht Dev According to Date of Birth

आपके इष्टदेव कौन हैं? पता लगाएं मात्र आपकी जन्म तिथि से | Isht Dev According to Date of Birth

Isht Dev According to Date of Birth : हर व्यक्ति का एक विशेष प्रकार का जुड़ाव किसी न किसी देवी या देवता से होता है। इसे हम उनके इष्ट देवता कहते हैं। इष्ट देवता वह ऊर्जा या शक्ति है जो हमारे व्यक्तित्व, भावनाओं और जीवन के उद्देश्यों से गहराई से जुड़ी होती है। यह जानना कि आपके इष्ट देवता कौन हैं, न केवल आपकी आध्यात्मिक यात्रा को मजबूत करता है बल्कि आपके जीवन को दिशा देने में भी सहायक होता है।

आज के इस ब्लॉग में हम न्युमोलॉजी (अंकज्योतिष) (Isht Dev According to Date of Birth) के माध्यम से यह जानने की कोशिश करेंगे कि आपके इष्ट देवता कौन हैं। आइए इसे सरल तरीके से समझते हैं।

इष्ट देवता का महत्व | Importance of Isht Dev

इष्ट देवता का चयन करना या उनकी पूजा-अर्चना (Isht Dev According to Date of Birth) करना हमारे आध्यात्मिक और मानसिक संतुलन को बनाए रखने में सहायक है।
– सकारात्मक ऊर्जा: जब आप अपने इष्ट देवता की पूजा करते हैं, तो उनकी सकारात्मक ऊर्जा आपके जीवन में प्रवेश करती है।
– समस्या समाधान: इष्ट देवता के माध्यम से आप अपने जीवन में आने वाली कठिनाइयों का समाधान पा सकते हैं।
– आध्यात्मिक विकास: इष्ट देवता की उपासना से आपका मानसिक और आध्यात्मिक विकास होता है।

कुल देवता और इष्ट देवता में अंतर | Difference Between Kul Devta and Isht Devta

बहुत से लोग कुलदेवता और इष्ट देवता (Isht Dev According to Date of Birth) को लेकर भ्रमित रहते हैं।
– कुलदेवता: यह देवी-देवता आपके पूर्वजों की आराधना से जुड़े होते हैं। ये पूरे परिवार के द्वारा पूजा जाते हैं।
– इष्ट देवता: यह व्यक्तिगत होते हैं। इष्ट देवता उस ऊर्जा को दर्शाते हैं जो आपके स्वभाव और जीवन के उद्देश्य के साथ मेल खाती है।

न्युमोलॉजी से इष्ट देवता का चयन

न्युमोलॉजी के अनुसार, आपकी जन्मतिथि के आधार पर आपका मूलांक (लाइफ पाथ नंबर) निकलता है। यह मूलांक यह बताता है कि (Isht Dev According to Date of Birth) आपकी ऊर्जा किस देवता से जुड़ी है। आपकी जन्मतिथि (Date of Birth) को जोड़ कर जो नंबर आता है वो आपका मूलांक कहलाता है।

मूलांक 1 (1, 10, 19, 28)
– स्वामी ग्रह: सूर्य
– इष्ट देवता: भगवान श्रीराम और सूर्यदेव
– विशेषताएँ: आप नेतृत्वकर्ता हैं, आत्मविश्वास से भरे हुए और एक रॉयल जीवन जीने की इच्छा रखते हैं। सूर्य को जल अर्पित करना और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना आपके लिए शुभ रहेगा।

मूलांक 2 (2, 11, 20, 29)
– स्वामी ग्रह: चंद्रमा
– इष्ट देवता: भगवान शिव और चंद्रदेव
– विशेषताएँ: आप संवेदनशील, करुणामय और रचनात्मक हैं। भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना और चंद्र गायत्री मंत्र का जप करना लाभदायक होगा।

मूलांक 3 (3, 12, 21, 30)
– स्वामी ग्रह: बृहस्पति
– इष्ट देवता: भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण
– विशेषताएँ: ज्ञानवान और सलाह देने में निपुण। भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप और पीली वस्तुओं का दान करना आपके लिए शुभ है।

मूलांक 4 (4, 13, 22, 31)
– स्वामी ग्रह: राहु
– इष्ट देवता: माँ दुर्गा और माँ सरस्वती
– विशेषताएँ: आप तीव्र बुद्धि और विश्लेषणात्मक सोच वाले होते हैं। माँ दुर्गा के बीज मंत्र का जाप और राहु के प्रभाव को कम करने के लिए सरस्वती वंदना करना लाभकारी रहेगा।

मूलांक 5 (5, 14, 23)
– स्वामी ग्रह: बुध
– इष्ट देवता: श्रीकृष्ण और बुधदेव
– विशेषताएँ: आप बहुआयामी व्यक्तित्व वाले और संचार कुशल हैं। मोरपंख का उपयोग और श्रीकृष्ण की पूजा आपके लिए फलदायक है।

मूलांक 6 (6, 15, 24)
– स्वामी ग्रह: शुक्र
– इष्ट देवता: वामन देव और शुक्रदेव
– विशेषताएँ: संवेदनशील, त्यागमय और दूसरों की मदद करने वाले। शुक्रवार के दिन सफेद मिठाई का दान करना और वामन देव की आराधना करना आपके लिए उपयुक्त है।

मूलांक 7 (7, 16, 25)
– स्वामी ग्रह: केतु
– इष्ट देवता: भगवान गणेश और नृसिंह अवतार
– विशेषताएँ: गहरी सोच और आध्यात्मिकता की ओर झुकाव। गणेश मंत्र का जाप और जरूरतमंदों को भोजन दान करना शुभ रहेगा।

मूलांक 8 (8, 17, 26)
– स्वामी ग्रह: शनि
– इष्ट देवता: भगवान शनि और हनुमान जी
– विशेषताएँ: दृढ़ निश्चयी और कर्तव्यनिष्ठ। शनि मंत्र का जाप और हनुमान चालीसा का पाठ आपको हर कठिनाई से बचाएगा।

मूलांक 9 (9, 18, 27)
– स्वामी ग्रह: मंगल
– इष्ट देवता: भगवान कार्तिकेय और दुर्गा माता
– विशेषताएँ: ऊर्जावान, साहसी और साहसिक। हनुमान जी की उपासना और दुर्गा सप्तशती का पाठ आपके लिए लाभकारी है।

कैसे करें इष्ट देवता की उपासना?

1. मंत्र जाप: नियमित रूप से इष्ट देवता (Isht Dev According to Date of Birth) के मंत्रों का जाप करें।
2. आरती और पूजा: उनकी आरती और पूजा विधिपूर्वक करें।
3. दान और सेवा: जरूरतमंदों की सेवा करें और उनके नाम पर दान करें।
4. साधना: रोज़ाना ध्यान और प्रार्थना में समय बिताएं।

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निष्कर्ष

अपने इष्ट देवता (Isht Dev According to Date of Birth) को जानने और उनकी उपासना करने से आपके जीवन में चमत्कारी बदलाव हो सकते हैं। यह केवल आध्यात्मिक शक्ति को बढ़ाने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह आत्मविश्वास, मानसिक शांति और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाने का तरीका भी है।

आप अपने इष्ट देवता (Isht Dev According to Date of Birth) को पहचानने के बाद उनकी नियमित पूजा-अर्चना करें और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को और अधिक समृद्ध बनाएं।

जय श्रीराम! हर हर महादेव!