गणेश पूजा में सद्गुरु का बताया यह 1 मंत्र को बोल दो | घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाएगी

गणेश पूजा में सद्गुरु का बताया यह 1 मंत्र को बोल दो

गणेश पूजा का मंत्र : सद्गुरु बताते हैं की गणेश जी को हिंदू धर्म में सर्वप्रथम पूजनीय देवता के रूप में जाना जाता है। उनके नाम से जुड़ा मंत्र “ॐ गं गणपतये नमो नमः” विशेष रूप से उनकी शक्ति और बुद्धिमत्ता को जागृत करने का माध्यम माना जाता है। सद्गुरु के अनुसार, मंत्र केवल शब्दों का संग्रह नहीं होता, बल्कि यह एक शुद्ध ध्वनि होती है जो हमें ब्रह्मांड से जोड़ने का कार्य करती है।

ध्वनि की शुद्धता और महत्व

सद्गुरु के अनुसार, मंत्र का महत्व उसकी ध्वनि में निहित होता है, न कि उसके अर्थ में। इंसानी मन के लिए अर्थ केवल मानसिक स्तर पर मौजूद होता है, जबकि ध्वनि का प्रभाव व्यापक होता है। ब्रह्मांड में हर चीज एक गूंज या कंपन है, और ध्वनि इस कंपन का वास्तविक रूप है। मंत्र की ध्वनि ऊर्जा के इस कंपन को नियंत्रित करने और सही दिशा में प्रवाहित करने का माध्यम होती है।

मंत्र और ब्रह्मांड की गूंज

आज का आधुनिक विज्ञान भी इस बात को मानता है कि कोई भी वस्तु वास्तव में ठोस नहीं है, बल्कि यह ऊर्जा का एक रूप है जो निरंतर कम्पित हो रही है। सद्गुरु बताते हैं कि ध्वनि ब्रह्मांड की इस गूंज का एक सच्चा रूप है, और गणेश जी का मंत्र भी इस गूंज के साथ हमें जोड़ने का साधन है। जब हम इस मंत्र का जाप करते हैं, तो यह हमें उस अनंत ऊर्जा के साथ संरेखित करता है, जो हमारी चेतना को विस्तारित करती है।

गणेश मंत्र की ध्वनि की शक्ति

गणेश पूजा में मंत्र “ॐ गं गणपतये नमो नमः” को सद्गुरु ने एक चाबी के रूप में वर्णित किया है। यह मंत्र एक खास ध्वनि-तरंग है, जो हमारे भीतर एक गूंज पैदा करती है। जब इसे एक विशिष्ट तरीके से घुमाया जाता है, तो यह हमारे लिए नई संभावनाओं के द्वार खोल सकता है। यह ध्वनि-तरंग न केवल हमारे शरीर और मन को प्रभावित करती है, बल्कि हमारे आस-पास के वातावरण को भी शुद्ध और ऊर्जावान बनाती है।

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मंत्र का अर्थ से परे महत्व

सद्गुरु के अनुसार, गणेश पूजा में इस मंत्र का अर्थ मानसिक स्तर पर होता है, लेकिन ध्वनि का प्रभाव हमारे संपूर्ण अस्तित्व पर पड़ता है। यह ध्वनि हमें एक उच्चतर चेतना के स्तर पर ले जाती है, जहां हम स्वयं को और अपनी सीमाओं को पार कर सकते हैं। गणेश मंत्र हमें इस ध्वनि की शक्ति से परिचित कराता है, जिससे हम अपने जीवन की बाधाओं को दूर कर सकते हैं और नई ऊर्जाओं के साथ अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ सकते हैं।

ध्वनि का कंपन और चेतना

जब हम गणेश पूजा में इस मंत्र का जाप करते हैं, तो यह ध्वनि हमारे भीतर एक विशेष प्रकार का कंपन उत्पन्न करती है। यह कंपन न केवल हमारी चेतना को जागृत करता है, बल्कि हमारे आस-पास की ऊर्जा को भी संतुलित करता है। सद्गुरु बताते हैं कि यह मंत्र विशेष रूप से उन ध्वनियों में से है, जो हमारे अंदर की शक्ति को जागृत करने की क्षमता रखता है।

गणेश जी के मंत्र की साधना

सद्गुरु के अनुसार, गणेश मंत्र का नियमित जाप करना एक साधना के रूप में प्रभावी होता है। जब हम इसे ध्यान और एकाग्रता के साथ नियमित रूप से करते हैं, तो यह मंत्र हमारे जीवन में स्थिरता, शांति और सफलता लाता है। यह मंत्र हमारे भीतर के नकारात्मक विचारों और ऊर्जा को समाप्त करता है और सकारात्मकता को स्थापित करता है।

निष्कर्ष

गणेश पूजा में इस मंत्र की शक्ति और ध्वनि का महत्व सद्गुरु ने गहराई से समझाया है। यह मंत्र केवल शब्दों का संग्रह नहीं है, बल्कि यह एक शुद्ध ध्वनि है, जो हमें ब्रह्मांड की गूंज से जोड़ती है। इस मंत्र का सही तरीके से जाप करने से हम अपने भीतर की शक्तियों को जागृत कर सकते हैं और अपने जीवन को एक नई दिशा में ले जा सकते हैं। सद्गुरु के अनुसार, मंत्र का शक्ति हमारे चेतना और ध्वनि के साथ संबंध में निहित है, और गणेश जी का मंत्र इस दिशा में हमारी मदद करता है।

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