Day: August 21, 2021

Gita 2.47
Hinduism Spiritual

Bhagavad Gita 2.47 || अध्याय ०२ , श्लोक ४७ – भगवद गीता

Bhagavad Gita 2.47 : यह बात सही है कि तुम अपने कर्मों को करने के लिए पूरी तरह से मुक्त हो, यह तुम्हारे ऊपर है की तुम क्या कर्म करते हो क्या कर्म नहीं करते हो तुम किस कर्म को किस तरीके से एवं किस दक्षता के साथ करते हो इस पर तुम्हारा पूरा पूरा अधिकार है |

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